शिक्षा उन्मुखीकरण और आकलन में जिले में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले साथ ही
दिशा एप के माध्यम से बीते सितंबर से नवंबर तक शत-प्रतिशत हाजिरी दर्ज
कराने वाले प्रधान एवं सहयोगी शिक्षकों को शनिवार को समाहरणालय स्थित
सभाकक्ष में दिशा संवाद कार्यक्रम के माध्यम से डीसी उमाशंकर सिंह ने
बारी-बारी से प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
उन्होंने शिक्षकों को संबोधित करते कहा कि आपके सहयोग से गिरिडीह जिला को गुणवत्तायुक्त शिक्षा की ओर अग्रसर करना है।
डीसी सिंह ने कहा कि दिशा सम्मान वैसे शिक्षकों गैर शैक्षणिक कर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदान किया जाता है जो दिशा एप का सार्थक प्रयोग करते हैं। वहीं शैक्षणिक क्विज आंकलन में कम से कम 75 प्रतिशत मार्क्स लाने वाले शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। इसी दौरान मकतपुर उच्च विद्यालय के एक शिक्षक ने आरोप लगाया कि दो महीने से वेतन नहीं मिला है। इस बात पर डीसी भड़क गए और डीएसई को निर्देश दिया कि देर शाम तक वे डीईओ कार्यालय के वेतन डिलिंग असिस्टेंट के साथ उपस्थित हों। कार्यक्रम के दौरान ही डीसी ने ज्ञान शक्ति और दिशा एप फेसबुक पेज का शुभारंभ किया। 15 जनवरी के बाद सभी शिक्षकों को सीसी पद्धति से मूल्यांकन होगा। वहीं पठन-पाठन में रुचि नहीं लेने वाले शिक्षकों को चिह्नित करना होगा। दिशा प्रेरक की टीम जनवरी से जिले के सभी स्कूलों का भ्रमण करेगी। कहा कि 15 जनवरी तक सभी प्रारंभिक, मध्य, माध्यमिक विद्यालयों में पठन-पाठन के स्तर में सुधार की उम्मीद है। डीसी उमाशंकर सिंह ने डीईओ, डीएसई को स्पष्ट निर्देश दिए कि शिक्षकों के वेतन उनके वाजिब हक में वे बिचौलियावाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे। डीसी ने विभिन्न विषयों के आकलन परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों सुजात अंसारी, कुलदीप कुमार, राजेंद्र प्रसाद, अजय कुमार विश्वकर्मा, किरण वर्मा, काजल किरण, मोती मंडल, विनोद कुमार वर्मा, मनोज कुमार पांडेय, सुजीत प्रसाद साहा, पल्लवी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। वहीं दिशा एप के माध्यम से सौ फीसदी हाजिरी बनाने वाले शिक्षकों में से हरिकिशाेर भैया, विनोद राम समेत कई शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
उन्होंने शिक्षकों को संबोधित करते कहा कि आपके सहयोग से गिरिडीह जिला को गुणवत्तायुक्त शिक्षा की ओर अग्रसर करना है।
डीसी सिंह ने कहा कि दिशा सम्मान वैसे शिक्षकों गैर शैक्षणिक कर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदान किया जाता है जो दिशा एप का सार्थक प्रयोग करते हैं। वहीं शैक्षणिक क्विज आंकलन में कम से कम 75 प्रतिशत मार्क्स लाने वाले शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। इसी दौरान मकतपुर उच्च विद्यालय के एक शिक्षक ने आरोप लगाया कि दो महीने से वेतन नहीं मिला है। इस बात पर डीसी भड़क गए और डीएसई को निर्देश दिया कि देर शाम तक वे डीईओ कार्यालय के वेतन डिलिंग असिस्टेंट के साथ उपस्थित हों। कार्यक्रम के दौरान ही डीसी ने ज्ञान शक्ति और दिशा एप फेसबुक पेज का शुभारंभ किया। 15 जनवरी के बाद सभी शिक्षकों को सीसी पद्धति से मूल्यांकन होगा। वहीं पठन-पाठन में रुचि नहीं लेने वाले शिक्षकों को चिह्नित करना होगा। दिशा प्रेरक की टीम जनवरी से जिले के सभी स्कूलों का भ्रमण करेगी। कहा कि 15 जनवरी तक सभी प्रारंभिक, मध्य, माध्यमिक विद्यालयों में पठन-पाठन के स्तर में सुधार की उम्मीद है। डीसी उमाशंकर सिंह ने डीईओ, डीएसई को स्पष्ट निर्देश दिए कि शिक्षकों के वेतन उनके वाजिब हक में वे बिचौलियावाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे। डीसी ने विभिन्न विषयों के आकलन परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों सुजात अंसारी, कुलदीप कुमार, राजेंद्र प्रसाद, अजय कुमार विश्वकर्मा, किरण वर्मा, काजल किरण, मोती मंडल, विनोद कुमार वर्मा, मनोज कुमार पांडेय, सुजीत प्रसाद साहा, पल्लवी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। वहीं दिशा एप के माध्यम से सौ फीसदी हाजिरी बनाने वाले शिक्षकों में से हरिकिशाेर भैया, विनोद राम समेत कई शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
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