धनबाद में मंगलवार को दत्तोपंत ठेंगरी
रोजगार मेला में आने वाले कंपनियों की संख्या 27। वैकेंसी की संख्या 8650।
ऐसे में लगभग 8 हजार वैकेंसी खाली रह गई। 18 कंपनियों ने जहां 785 को
नौकरी देने की घोषणा की। वहीं 16 कंपनियों ने 707 छात्र-छात्राओं को शॉर्ट
लिस्ट किया है।
ये संस्थान बाद में चयन प्रक्रिया पूरी कर रिजल्ट की घोषणा
करेंगे। इसकारण नियोजनालय की ओर से चयनितों की संख्या फिलहाल 785 ही मानी
गई है।
मंगलवार को रोजगार मेला में भारी संख्या
में युवाओं की भीड़ जुटी थी। संभावना जताई जा रही है कि लगभग पांच हजार
युवा मेला में रोजगार की खोज में पहुंचे थे। गिरिडीह, देवघर, दुमका,
जमशेदपुर समेत अन्य जिलों से भी आवेदक आए थे। शिक्षक, इंजीनियर, एमबीए,
एमसीए व अन्य योग्यताधारी युवा सुबह से लेकर शाम तक युवा नियोजनालय में जमे
रहे।
कंपनियों की मानें तो अवर प्रादेशिक नियोजनालय बरटांड़ में आयोजित रोजगार मेला में कंपनियों को अर्हता पूरी करने वाले आवेदक नहीं मिले। वहीं युवाओं ने कहा कि अधिकतर वैकेंसी सिक्यूरिटी गार्ड के थे। इसकारण वैकेंसी की संख्या अधिक दिख रही थी। बंगलुरू की एक कंपनी जीफोर एस मेले में नहीं आई। उक्त कंपनी ने चार हजार वैकेंसी की घोषणा की थी। बताते चलें कि 33 कंपनियों में 12,601 वैकेंसी की घोषणा की गई थी। लेकिन सात कंपनियों के नहीं आने से वैकेंसी की संख्या घट गई।
कंपनियों की मानें तो अवर प्रादेशिक नियोजनालय बरटांड़ में आयोजित रोजगार मेला में कंपनियों को अर्हता पूरी करने वाले आवेदक नहीं मिले। वहीं युवाओं ने कहा कि अधिकतर वैकेंसी सिक्यूरिटी गार्ड के थे। इसकारण वैकेंसी की संख्या अधिक दिख रही थी। बंगलुरू की एक कंपनी जीफोर एस मेले में नहीं आई। उक्त कंपनी ने चार हजार वैकेंसी की घोषणा की थी। बताते चलें कि 33 कंपनियों में 12,601 वैकेंसी की घोषणा की गई थी। लेकिन सात कंपनियों के नहीं आने से वैकेंसी की संख्या घट गई।
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