Para Shikshak Mandey Increament : राज्य के 64 हजार पारा शिक्षकों को वेतनमान नहीं मिलेगा। राज्य सरकार ने पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। टेट पास पारा शिक्षकों के मानदेय में एक मुश्त 50 फीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी, जबकि बिना टेट वाले पारा शिक्षकों के मानदेय में 40 फीसदी की
बढ़ोतरी होगी। बिना टेट वाले पारा शिक्षकों की आकलन परीक्षा भी होगी। इसमें पास करने के बाद उनके मानदेय में अलग से 10 फीसदी की बोनस के रूप में बढ़ोतरी होगी। यह एक जनवरी 2022 के प्रभाव से लागू होगा। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने झारखंड पारा शिक्षक सेवाशर्त नियमावली 2021 के प्रारूप में इसका प्रावधान किया है। नियमावली के प्रारूप पर शनिवार की देर शाम शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो और एकीकृत पारा शिक्षकों के साथ वार्ता हुई।शिक्षा मंत्री ने वेतनमान देने के बजाए मानदेय में बढ़ोतरी का प्रारूप दिया। इसमें टेट और आकलन परीक्षा पास पारा शिक्षकों की हर साल तीन प्रतिशत मानदेय बढ़ोतरी की भी बात कही गई। साथ ही ईपीएफ के लिए पारा शिक्षकों के मानदेय से ही राशि काटकर जमा की जाएगी। इस पर पारा शिक्षकों ने नाराजगी जतायी। बैठक में पारा शिक्षकों का साफ कहा कि उनकी लड़ाई वेतनमान के लिए है, न कि मानदेय के लिए। पारा शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री से दो दिन का समय लिया है। इसमें वे संगठन के जिलाध्यक्षों से बैठक कर अपना निर्णय बताएंगे।
प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को देनी होगी आकलन परीक्षा
- प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को अनिवार्य रूप से आकलन परीक्षा देनी होगी।
इसके लिए उन्हें तीन अवसर दिए जाएंगे। आकलन परीक्षा में सामान्य कोटि के
पारा शिक्षकों को 45 प्रतिशत अंक लाना होगा, वहीं आरक्षित कोटि के पारा
शिक्षक 40 प्रतिशत अंक लाकर ही पास हो जाएंगे। आकलन परीक्षा का आयोजन
झारखंड एकेडमिक काउंसिल करेगा। अप्रशिक्षित पारा शिक्षक आकलन परीक्षा में
शामिल नहीं हो सकेंगे। उनके मानदेय में सिर्फ 40 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। जो
प्रशिक्षित पारा शिक्षक आकलन परीक्षा में शामिल नहीं होंगे, उन्हें अवसर
का उपभोग किया गया मान लिया जाएगा।
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