रांची: राज्य के प्लस टू उच्च विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया
शुरू नहीं हो सकी. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इस वर्ष जुलाई में
171 प्लस-टू उच्च विद्यालय में 513 शिक्षकों की नियुक्ति का प्रस्ताव
कार्मिक विभाग को भेजा था. शिक्षकों की नियुक्ति झारखंड कर्मचारी चयन अायोग
द्वारा की जानी थी.
इन विद्यालयों में स्थापना काल से ही इन विषयों में शिक्षक नहीं हैं.
कुल रिक्त पद के 50 फीसदी पद पर सीधी नियुक्ति होनी थी, जबकि 50 फीसदी पद उच्च विद्यालय के शिक्षकों के लिए आरक्षित किया गया था. राज्य में वर्तमान में 230 प्लस टू हाइस्कूल हैं. इनमें से 59 विद्यालय एकीकृत बिहार के समय के हैं, जबकि 171 विद्यालय राज्य गठन के बाद खोले गये हैं. इन विद्यालयों में भौतिकी, रसायन शास्त्र व इतिहास विषय के एक भी शिक्षक नहीं हैं.
शिक्षकों की कमी का असर इंटर के रिजल्ट पर हो रहा है. इस वर्ष भी इंटर साइंस में 50 फीसदी विद्यार्थी फेल कर गये थे. इन तीन विषयों में राज्य गठन के बाद से आज तक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है. राज्य गठन के बाद वर्ष 2012 में विषय में 1840 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा ली गयी थी, जिसमें से 1233 पद पर नियुक्ति हुई. विभिन्न विषयों में 607 पद रिक्त रह गये. रिक्त पदों पर अब तक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हुई. पहले की नियुक्ति में रिक्त रहे पदों पर प्रक्रिया शुरू नहीं की गयी है. प्लस-टू उच्च विद्यालय में राजनीति शास्त्र, मानव शास्त्र, दर्शन शास्त्र, समाज शास्त्र, एकाउंटेंसी, मनोविज्ञान, गृहविज्ञान, जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा, कंप्यूटर साइंस बिजनेस मैथ, संगीत, भूगर्भ शास्त्र व वोकेशनल विषय के शिक्षक नहीं हैं.
इन विद्यालयों में स्थापना काल से ही इन विषयों में शिक्षक नहीं हैं.
कुल रिक्त पद के 50 फीसदी पद पर सीधी नियुक्ति होनी थी, जबकि 50 फीसदी पद उच्च विद्यालय के शिक्षकों के लिए आरक्षित किया गया था. राज्य में वर्तमान में 230 प्लस टू हाइस्कूल हैं. इनमें से 59 विद्यालय एकीकृत बिहार के समय के हैं, जबकि 171 विद्यालय राज्य गठन के बाद खोले गये हैं. इन विद्यालयों में भौतिकी, रसायन शास्त्र व इतिहास विषय के एक भी शिक्षक नहीं हैं.
शिक्षकों की कमी का असर इंटर के रिजल्ट पर हो रहा है. इस वर्ष भी इंटर साइंस में 50 फीसदी विद्यार्थी फेल कर गये थे. इन तीन विषयों में राज्य गठन के बाद से आज तक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है. राज्य गठन के बाद वर्ष 2012 में विषय में 1840 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा ली गयी थी, जिसमें से 1233 पद पर नियुक्ति हुई. विभिन्न विषयों में 607 पद रिक्त रह गये. रिक्त पदों पर अब तक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हुई. पहले की नियुक्ति में रिक्त रहे पदों पर प्रक्रिया शुरू नहीं की गयी है. प्लस-टू उच्च विद्यालय में राजनीति शास्त्र, मानव शास्त्र, दर्शन शास्त्र, समाज शास्त्र, एकाउंटेंसी, मनोविज्ञान, गृहविज्ञान, जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा, कंप्यूटर साइंस बिजनेस मैथ, संगीत, भूगर्भ शास्त्र व वोकेशनल विषय के शिक्षक नहीं हैं.
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